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• 15 दिन या 15 दिन से अधिक बुखार से पीड़ित व्यक्तियों की आरके-39 कीट से होगी जांच
• एक आशा प्रतिदिन 50 घरों का करेंगी भ्रमण
• पीकेडीएल और एचआईवी-वीएल कालाजार के मरीजों की होगी पहचान
छपरा। सारण में कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम के तहत कालाजार के संभावित मरीजों की पहचान के लिए विशेष अभियान की शुरूआत की जायेगी। 2 जनवरी से जिले में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर कालाजार के मरीजों की पहचान की जायेगी। इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने पत्र जारी कर सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। सिविल सर्जन ने बताया कि कालाजार के प्राप्त उन्मूलन लक्ष्य को आगे भी उसी स्तर पर बनाए रखने के लिए कालाजार, पीकेडीएल, एचआईवी-वीएल के छुपे हुए रोगियों की घर-घर खोज कर जांच एंव उपचार सुनिश्चित करना है। पूर्व में प्रतिवेदित कालाजार के मरीजों के घर के घरों के चारों दिशाओं में अवस्थित 50-50 घरों में घर-घर जाकर मरीजों की पहचान करना है।
संभावित मरीजों की आरके-39 कीट से होगी जांच:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि रोगी खोज के दौरान 15 अथवा 15 दिनों से अधिक बुखार से पीड़ित व्यक्ति जिन्होंने बुखार मलेरिया की दवा अथवा एंटीबायेटिक दवा का सेवन किया हो एंव उसके बाद भी बुखार ठीक न हुआ हो, भूख की कमी एवं उदर का बड़ा होना जैसे लक्षण हो उन्ही व्यक्तियों की जांच आरके 39 कीट द्वारा किये जाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को रेफर करना है। अभियान के दौरान आशा द्वारा बुखार से पीड़ित (दो या तीन से) मरीजों की डिटेल्स मोबाइल नंबर के साथ एकत्रित किया जाना है एवं 15 दिनों के बाद उसका फॉलोअप कर बुखार की जानकारी मरीजों से प्राप्त करना है और अगर बुखार पाया जाता है तो वैसे मरीजों को तुंरत पीएचसी में रेफर करना है।
प्रतिदिन केएमआईएस पोर्टल पर अपलोड होगी डाटा:
डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि कालाजार मरीजों की खोज अभियान के दौरान प्रवेक्षण के लिए जिला एंव प्रखंड स्तर पर टीम का गठन किया गया है। साथ हीं आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण भी दिया जाना है। इसके लिए कैलेंडर जारी किया गया है। उन्होने बताया कि प्रतिदिन जिलावार, प्रखंडवार संभावित रोगियों की संख्या, आरके39 कीट द्वारा जांच किये गये रोगियों की संख्या, एवं पॉजिटिव रोगियों की संख्या राज्य स्तर पर स्थित कंट्रोल रूम में उपलब्ध कराया जायेगा। साथ हीं वीबीडीएस द्वारा केएएमआईएस पोर्टल पर अपलोड करना है। अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर प्रचार-प्रसार किया जायेगा। इसके लिए गांवों में माइकिंग करायी जायेगी। साथ हीं बैनर पोस्टर के माध्यम से जागरूक किया जायेगा। साथ हीं इस अभियान में मुखिया और जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जायेगा।
आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगा प्रोत्साहन राशि:
वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी अनुज कुमार ने बताया कि अभियान के दौरान कालाजार के मरीजों की खोज करने वाली आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है। एक आशा द्वारा प्रतिदिन मात्र 50 घरों में हीं खोज किया जाना है। अधिकतम 250 घरों में खोज करने पर प्रोत्साहन राशि के रूप मे एक मुश्त 200 रूपये की दर से भुगतान किया जायेगा। आशा फैसलिटेटर को भी पर्यवेक्षण के लिए एक मुश्त 300 रूपये दिया जायेगा।