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सरकारी अस्पताल में टीबी रोगियों के लिए जांच और दवा के साथ ही अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध: डॉ आरपी सिंह
टीबी के खिलाफ जंग जीतने में समाज को जागरूक होने की जरूरत: एमओआईसी
छपरा, 20 मार्च।
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 2025 तक जिले से टीबी को पूरी तरह से उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके लिए सरकार और विभाग अपने स्तर से पूरी तरह प्रयासरत है। लेकिन अब समाज को जागरूक होने की जरूरत है। ताकि टीबी के खिलाफ लड़ाई जीती जा सके। उक्त बातें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मांझी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रोहित कुमार ने स्थानीय अस्पताल के सभागार में आयोजित फूड पैकेट वितरण समारोह के दौरान उपस्थित टीबी रोगियों से कही। इस अवसर पर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आशुतोष रंजन, बीएचएम राममूर्ति, बीसीएम विवेक कुमार ब्याहुत, वरीय उपचार पर्यवेक्षक राजीव कुमार, एलटी मिथिलेश कुमार, टीबी सहायक कृष्ण कुमार सिंह सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।
सरकारी अस्पताल में टीबी रोगियों के लिए जांच और दवा के साथ ही अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध: डॉ आरपी सिंह
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि टीबी ग्रसित होने पर मरीजों को शारीरिक रूप से बहुत कमजोरी महसूस होने लगती है। इस दौरान मरीजों को बीमारी से बचाव और सुरक्षित रहने के लिए अनिवार्य रूप से दवा के साथ- साथ पौस्थिक आहार लेने की जरूरत होती है। हालांकि मरीजों को जिला यक्ष्मा केंद्र या संबंधित अस्पताल में नियमित रूप से आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई जाती है, लेकिन घर में उन्हें बेहतर पौष्टिक आहार के सेवन करने में सहयोग आपेक्षित होता है। जिले के सभी प्रसिद्ध चिकित्सक, समाजसेवी, कॉरपोरेट व्यवसायी एवं आम नागरिकों से अपील किया जाता है कि आप सभी टीबी रोगियों को निक्षय मित्र बनकर उन्हें रोगमुक्त होने में अपना योगदान दे सकते हैं। ताकि मरीज बहुत जल्द टीबी बीमारी को हरा कर स्वस्थ हो सकता हैं।
निक्षय मित्र योजना के तहत स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के 41 टीबी रोगियों के बीच पौष्टिक आहार हुआ वितरण: एमओआईसी
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रोहित कुमार ने कहा कि यक्ष्मा उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरे देश में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है। हालांकि शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निक्षय मित्र कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। क्योंकि निक्षय मित्र योजना के तहत समाज के सक्षम व्यक्ति और जनप्रतिनिधियों द्वारा टीबी मरीजों को गोद लेकर पोषण युक्त भोजन में सहयोग किया जा सकता है। निक्षय मित्र योजना के तहत स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के 41 टीबी रोगियों के बीच पौष्टिक आहार के रूप में फूड पैकेट का वितरण अस्पताल के सभागार में किया गया।
वरीय अधिकारियों के मार्गदर्शन में टीबी रोगियों को किया जाता है जागरूक: बीएचएम
प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक (बीएचएम) राममूर्ति ने कहा कि स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के 41 टीबी रोगियों के बीच दूसरी बार फूड पैकेट्स का वितरण किया गया है। हालांकि इसके बाद ही लगातार चार महीने तक पौष्टिक आहार का वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही संबंधित मरीजों को दवा सेवन के साथ- साथ बेहतर पौष्टिक आहार सेवन करने को लेकर स्थानीय एमओआईसी डॉ रोहित कुमार के दिशा निर्देश और जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह के अलावा सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा के मार्गदर्शन में समय समय पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन कर जागरूक किया जाता है। ताकि जल्द से जल्द टीबी संक्रमण को खत्म कर टीबी मुक्त अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर अपनी भूमिका का निर्वहन कर सके।
विस्तृत जानकारी के लिए निक्षय हेल्प लाइन नंबर- 1800116666 पर किया जा सकता है संपर्क: एसटीएस
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मांझी के वरीय उपचार पर्यवेक्षक (एसटीएस) राजीव कुमार ने कहा कि निक्षय मित्र बनने के लिए किसी भी व्यक्ति द्वारा अपने जिला यक्ष्मा केंद्र से संपर्क स्थापित किया जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay.in पर लॉगिन करने के बाद प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक करना होगा। उसके बाद निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक कर अपनी पूरी जानकारी देनी होती है। इसके बाद संबंधित व्यक्ति को इस अभियान से जोड़ा जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति लेकर पौष्टिक आहार के लिए उन्हें सहायता उपलब्ध करानी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि निक्षय हेल्प लाइन नंबर- 1800116666 पर कॉल कर के भी इससे संबंधित विस्तृत जानकारी ली जा सकती है।