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बड़हरा।भोजपुर।प्रखंड मे नल जल से पीने का पानी नहीं मिलने, कृषि कार्य को लेकर बिजली सप्लाई की व्यवस्था नहीं होने तथा स्थानीय मुक्तिधाम गंगाघाट तक जाने वाली जर्जर पीसीसी सड़क की मरम्मती नहीं होने से नाराज केशोपुर के लोगों ने लोकसभा के चुनाव में वोटिंग का सामुहिक रूप से बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा है। डेढ़ सौ से ज्यादा ग्रामीणों के हस्ताक्षरित ज्ञापन में बीडीओ के माध्य से ग्रामीणों ने बिहार सरकार तक संदेश भेजवाने का भी प्रयास किया है। जिसमें बताया गया है कि उक्त समस्याओं को लेकर हम सब ग्रामीण वोट का बहिष्कार करेंगे।
ग्रामीणों की नाराजगी नल-जल की कुव्यवस्था को लेकर सबसे अधिक दिखी। लोगों ने बताया कि गांव के ही पूर्व विधायक सरोज यादव के कार्यकाल में नल-जल की बोरिंग, टंकी व गली-गली पाईप लाईन लगाई गई थी। शुरूआती दौर में पेयजल सप्लाई भी गांव में कर दी गई। मगर चन्द दिनों के बाद ही इस व्यवस्था को बंद कर दिया गया। साथ ही इस संबंध में पीएचईडी विभाग या संचालक कोई स्पष्ट कारण भी नहीं बताते हैं। नल-जल व्यवस्था के ठप्प पड़ने से ग्रामीणों के समक्ष पेयजल का भारी संकट खड़ा हो गया है। क्योंकि आर्सेनिक से प्रभावित इस इलाके में पीने के जल के अलावे अन्य कार्य तो लोग उपलब्ध निजी जल श्रोतों से कर लेते हैं। परन्तु वो जल पीने के लायक नहीं होने तथा ऊपर से सरकारी नल-जल के बंद पड़ जाने से पीने के पानी का घोर संकट खड़ा हो गया है। साथ ही भीषण गर्मी में जलस्तर के नीचे भागने से समस्या और गंभीर बन गई है। ऐसे में मजबूर ग्रामीणों में हरिश सिंह, रूपेश सिंह, दिनेश सिंह, शशि सिंह, श्रीराम सिंह, चन्द्रशेखर सिंह, अमरजीत सिंह, सुनील सिंह धर्मवीर सिंह आदि मौजूद थे।