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जयप्रकाश विश्ववविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. परमेंद्र कुमार बाजपेई ने कहा कि माहाविद्यालयों के बर्सर को भी वर्ग संचालन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों के बर्सर भी शिक्षक ही हैं और उनका मूल दायित्व पठन-पाठन है। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी बर्सर अपने विषयों के क्लास अवश्य लें। माननीय कुलपति महोदय ने शुक्रवार को दिघवारा स्थित यदुनंदन महाविद्यालय के औचक निरीक्षण के दौरान उक्त निर्देश जारी किया।उन्होंने कहा कि कक्षाओं में विद्यार्थियों की 75 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाय। इसके लिए महाविद्यालयों में समय-समय पर पैरेंट्स-टीचर मीटिंग कराए जाएं। साथ ही विद्यार्थियों को क्लासरूम में आने के लिए लगातार प्रेरित करते रहें। तय समय पर सिलेबस को पूर्ण कराया जाय। कक्षाओं में उपस्थिति बढ़ाने के दृष्टिकोण से माननीय कुलपति महोदय ने प्राचार्य से कहा कि अगर प्रातः 7 बजे से वर्ग संचालन करने से विद्यार्थियों की उपस्थिति होती है तो वे प्रातः 7 बजे से 8 घण्टा क्लास चला सकते हैं लेकिन शर्त यह है कि इससे विद्यार्थियों की उपस्थिति में उल्लेखनीय बढोत्तरी दर्ज हो।यदुनंदन महाविद्यालय में माननीय कुलपति महोदय को जानकारी मिली कि यहां गणित और उर्दू विषय के शिक्षक नहीं है। इससे पहले माननीय कुलपति महोदय ने विश्ववविद्यालय परिसर में चल रही स्नातकोत्तर परीक्षा का तथा स्नातकोत्तर इतिहास विभाग का भी निरीक्षण किया। माननीय कुलपतिमहोदय पी जी की परीक्षा से संतुष्ट हुए।इतिहास विभाग में निरीक्षण के समय सभी शिक्षक एवं अध्यक्ष उपस्थित थे।इस अवसर पर प्रोफेसर हरिश्चंद्र समायोजक महाविद्यालय विकास परिषद भी माननीय कुलपति महोदय के साथ मौजूद थे।