शहर के बहुरिया पैलेस में त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव का हुआ भव्य आयोजन।

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- सृष्टि चक्र और परमपिता परमात्मा शिव पर हुई चर्चा:

छपरा, 23 फरवरी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में छपरा शहर के बहुरिया कोठी परिसर स्थित सभागार में 89वां त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव समारोह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन छपरा नगर निगम के महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता, उप महापौर रागिनी कुमारी, जेल अधीक्षक राधे श्याम सुमन, प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ रवि रंजन रस्तोगी, शिक्षिका डॉ अंजलि सिंह, रालोसपा नेता ओमप्रकाश कुशवाहा, बीके अनामिका दीदी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। बीके ऋषिका बहन ने स्वागत गीत एवं सत्यम शिवम सुंदरम तो एकता बहन ने ॐ नमो नमः पर भाव नृत्य प्रस्तुत कर सबको भावविभोर कर दिया।

मौके पर बीके अनामिका बहन ने कहा कि सृष्टि चक्र में यह स्वर्णिम अवसर केवल एक ही बार प्राप्त होता है. इस वास्तविकता की अनुभूति के लिए स्थानीय सेवा केंद्र पर या पीस ऑफ माइंड चैनल पर इसकी जानकारी ले सकते है। वर्तमान समय पर्यावरण आणविक बम अस्त्र शस्त्रों के संग्रह का सूचक और इसका परिणाम जनसंख्या में अतिवृद्धि नैतिक मूल्य में हर चरित्र गिरावट किस स्थिति पर संकट का सूचक दिखाई दे रहा है। इससे एक परमात्मा ही बचा सकते हैं और वह है एकमात्र ज्योतिपुंज शिव बाबा जिनका अवतरण होना है सृष्टि चक्र के अंत में यह समय सतयुगी दुनिया की ओर चलने का इशारा कर रहा है और इस समय जरूरत है भगवान के कर्तव्य में मददगार बनने की।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमहापौर रागिनी कुमारी ने कहा कि शिवरात्रि का त्योंहार सभी त्योहारों में खास होता है। यह हिंदी वर्ष के आखिरी में मनाया जाने वाला त्योहार है। इसे आध्यात्मिक रूप से शिव जयंती भी कहा जाता है यह बताता है कि सृष्टि चक्र के आखिरी समय में परमपिता परमात्मा भोलेनाथ शिव बाबा का इस धरा पर दिव्य अवतरण होता है। जिससे पूरा जगत अंधकार रूपी शरीर को छोड़ कर शिव की शरण में चला जाता है और शिवरूपी ज्योतिपुंज में समाहित होकर शांति को प्राप्त करता है।

शिव जयंती की खुशखबरी एवं आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने कहा कि वर्तमान समय परमपिता परमात्मा शिव का है जो इस धरा पर अवतरित होकर नए सतयुगी विश्व की स्थापना करने के लिए पुराने कलयुगी विश्व के परिवर्तन का दिव्य कार्य कर रहे हैं। शीघ्र ही प्राकृतिक आपदाओं और मानव द्वारा तैयार परमाणु बम द्वारा इस दुखदाई दुनिया में वैश्विक महामारी और फिर विनाश के पश्चात पुनः सतयुगी सृष्टि की स्थापना होगी। जहां किसी प्रकार का कलह क्लेश दुःख अंशाति का नाम निशान नहीं होगा। देवी देवताओं की उस पवन दुनिया की स्थापना का कार्य इस कल्याणकारी पुरुषोत्तम संगम युग पर स्वयं निराकार परम पिता परमात्मा ने सरकार मध्य प्रजापिता ब्रह्मा वत्सो के द्वारा करवा रहे हैं.

डॉ रवि रंजन रस्तोगी ने शिव जयंती के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि यह पर्व सभी मनोकामनायें पूर्ण करने की सौगात देता है। ब्रह्मकुमारी संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्य सृष्टि चक्र के लिए आवश्यक हैं। सृष्टि चक्र के परिवर्तन के साथ परमपिता परमात्मा शिव के दिव्य अवतरण से हमारे भाग्य का दरवाजा खुल जाता है और ऐसे समय में हम सभी को शिव की आराधना करनी चाहिए।

कार्यक्रम के मध्य में पहुंची छपरा नगर निगम की पूर्व मेयर राखी गुप्ता ने सभी माताओं बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में शांति बहुत जरूरी है। कहा गया है नर सेवा ही नारायण सेवा है। ऐसे में योग तपस्या के साथ वायुमंडल को शुद्ध स्वच्छ बनाना है और समूचे विश्व को शांति मिले इसके लिए मानव सेवा करनी है। वर्तमान समय में महाकुंभ का बेला पावन बेला चल रहा है। वास्तव में कुंभ स्नान ज्ञान स्नान है योग स्नान है जो परमपिता परमात्मा शिव इस कलयुगी के अंत समय और सतयुग के उदय काल जो महासंगम युग पुरुषोत्तम संगम युग में परमात्मा मानव तन का आधार बनाकर सभी आत्माओं को पावन बना रहे हैं। जिन्हें पावन बनाकर पुनः सतयुग की दुनिया में ले जाएंगे।

आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए बीके प्रियांशु बहन ने कहा कि प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा चलाया जाने वाला मेडिटेशन कार्यक्रम अपने जीवन के साथ समस्त संसार के लिए शांति की अनुभूति कराता है। बतादे कि भगवान शिव धरती पर अवतरित होकर आत्माओं को अमरकथा सुनाकर अकाल मृत्यु से मुक्ति देने आए हैं। 

शंकर दयाल सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अरुण कुमार ने कहा कि यह अवसर सभी के लिए एक दिव्य वरदान पाने का है, जिससे नई सतयुगी दुनिया की स्थापना होगी, जहां श्री नारायण और श्री लक्ष्मी विश्व महाराज व महारानी होंगे। वहीं आगामी महाशिवरात्रि के अवसर पर छपरा शहर में निकलने वाले शिव बारात शोभा यात्रा में ब्रह्मकुमारी बहनों और भाइयों सहित सभी नगरवासियों का उन्होंने आमंत्रण भी दिया।

शिव जयंती महोत्सव की इस अनोखी आध्यात्मिक आयोजन ने भक्तिमय वातावरण का संचार किया और श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। शिव जयंती महोत्सव के दौरान भगवान शिव सहित लक्ष्मी नारायण की आकर्षक झांकी एवं भक्ति गीतों पर भावनृत्य की भी प्रस्तुति नन्ही बच्चियों द्वारा किया गया। शिवजयंती महोत्सव में ब्रह्मकुमारी संस्थान से जुड़े छपरा नगर और आसपास सहित सारण जिले से सैकड़ों श्रद्धालु भाई-बहनों ने भाग लिया।