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शुक्रवार को सातवें दिन श्री नारायण विश्व शांति महायज्ञ में भगवान श्रीकृष्ण के अवतार की कथा के बीच में डॉ पुंडरीक शास्त्री ने मन्दिर की महिमा और के विषय में बिस्तर से बताया l उन्होंने कहा कि यद्यपि परमात्मा हर कण में बिराजमान हैं लेकिन उनका अस्थाई केंद्र मंदिर है l मंदिर में शंख की ध्वनि, घंटे की टंकार, मंत्रोच्चार और धूप दीप से मन्दिर में सदैव साकारात्मक ऊर्जा का संचार होते रहता है l
अतः आप हर जगह परमात्मा का आत्म दर्शन करें लेकिन मंदिर जरूर जाएं l मंदिर जाने से मनुष्य के बुरे विचार और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता हैl उन्होंने एक अन्य प्रशंग में राम चरित मानस को सभी जान विज्ञान पुंज बताया l
राम चरित मानस आधुनिक तकनीक विज्ञान और तर्क शास्त्र का श्रोत है लाम सभी को नियमित रामायण से जीवन के गुर को सीखना चाहिए l हम सभी अपने घर परिवार ओर गांव समाज में राम राज की तो परिकल्पना करते हैं लेकिन राम चरित का अनुशरण नहीं कर पाते l
सूर्यमंदिर प्रांगण में रविवार को सुबह में होने वाले कन्या पूजन को विश्व के सबसे बड़े कन्यपूजन का रूप देने में पूरा कोठियां नाराव महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 श्री रामसुमीरन दास जी महाराज के आदेश पर लग गया है l महाराज ने शुक्रवार को कथा मंच से विश्व के सबसे बड़े कन्या पूजन के लिए सभी वर्ग ब्राह्मण क्षत्रीय वैश्य और शूद्र का आह्वान किए l सभी हिन्दू एक है और मैं सभी के बेटीयों का कन्या पूजन करुंगा।