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कोईलवर।भोजपुर। विश्व पर्यावरण जागरूकता पखवाड़ा के तहत विश्व युवक केंद्र, नई दिल्ली और अंत्योदय चेतन मंडल , आरा, भोजपुर के संयुक्त तत्वावधान में एक सेमिनार का आयोजन अंबिका शरण सिंह उच्च विद्यालय, जमालपुर, भोजपुर में किया गया । जिसका उद्घाटन संयुक्त रूप से पूर्व सहायक निदेशक डाक सेवाएं एवं प्रसिद्ध साहित्यकार जितेंद्र कुमार पर्यावरणविद राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, दिलीप कुमार वर्मा, एवं प्रधानाध्यापक सुनील सिंह ने किया।
अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि जितेंद्र कुमार ने कहा कि आज तापमान का बढ़ना मानव, वनस्पति एवं जीवों के लिए खतरनाक है । वनों की कटाई एवं भू- क्षरण के कारण जैव विविधता प्रभावित हो रही है, जिसका निदान केवल वृक्षारोपण से ही संभव है।
पूर्व विभागाध्यक्ष भूगोल विभाग वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय प्रोफेसर बी० एन ० चौधरी ने अपने लेख प्रस्तुति के माध्यम से कहा कि लैंड रेस्टोरेशन, डिजरटिफिकेशन एवं ड्राॅट रेसाइलेंस जैसे शब्द मानव समुदाय के लिए चुनौतीपूर्ण है । प्राकृतिक आपदाएं जैसे बाढ़, सूखा, भूस्खलन, पानी का क्षरण से बचाव करना होगा । इससे वनस्पति का ह्रास, जमीन का बंजर होना, यह सभी जैव विविधता को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे विषय पर सेमिनार का आयोजन करने पर दोनों संस्थाओं को धन्यवाद दिया ।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यावरण विद् राजेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पौधा लगाना होगा ।
डॉ० दिलीप कुमार वर्मा ने कहा कि भाभी पीढ़ी को पौधारोपण के जरिए जल संचयन के लिए आगे आना होगा।
उक्त अवसर पर आगत अतिथियों को पौधा देकर सम्मानित किया गया । साथ ही विद्यालय परिसर में आम, आंवला, बरगद, पीपल, नीम, सागवान, आदि का पौधारोपण किया गया । कार्यक्रम में विद्यालय की बच्चियों ने पोस्टर के माध्यम से अपने विचार को व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन करते हुए अंत्योदय चेतन मंडल के सचिव रामनाथ ठाकुर ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को स्थिर करना, वन - जीवों के प्रजातियों को बचाना, एवं जंगल की रक्षा करना हम सब की जिम्मेदारी है । विषय प्रवेश करते हुए राजा राममोहन राय स्मारक संस्थान के सचिन चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि आज उर्वरकों का अधिक प्रयोग मिट्टी की संरचना को असंतुलित करती है, साथ ही जैविक संतुलन को भी प्रभावित करती है। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजा राममोहन राय स्मारक संस्थान के सचिव चंद्रभूषण सिंह, सुबोध सिंह, विमल कुमार राय, नवीन शिक्षा सह विकलांग सेवा आश्रम कोल्हरामपुर आदि का सराहनीय योगदान रहा । उक्त कार्यक्रम में प्रीति कुमारी जुली कुमारी संजू कुमारी सीमा कुमारी आदि की सरहानीय भूमिका रही।