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अमनौर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी अमन समीर सेक्टर पदाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों की समीक्षा के दौरान एक प्रशिक्षक की भूमिका में दिखे। उन्होंने वन टू वन वार्ता करते हुए पुछा कि आपके क्षेत्र में कितने बूथ हैं। कहां सबसे अधिक मतदाता हैं। उन्होंने इन प्रश्नों के निहितार्थ कारण को उजागर करते हुए बताया कि पहले से समय, भीड़ आदि का आंकलन रहेगा जिसके आलोक में पूर्व से व्यवस्था हो सकेगी। जिलाधिकारी ने अगला प्रश्न राउन्ड चलाते हुए पूछा कि बूथ तक जाने के पहले क्या देखा। उन्होंने इसका जवाब बताते हुए कहा कि इससे आपको अपने पहुंच पथ का आंकलन करना है।
आपको यह रिपोर्ट देनी है कि किस प्रकार के वाहन की पहुंच बूथ तक होगी। वैकल्पिक रास्ता क्या होगा, रास्ते को लेकर कोई विवाद या रुकावट तो नहीं है। ताकि पूर्व से निराकरण की कार्रवाई की जा सके। उन्होंने अगला प्रश्न एएमएफ के बारे में पूछते हुए कम्युनिकेशन प्लान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पुछा कि इसका संकलन कैसे किया।
पुलिस पदाधिकारी ने सहयोग किया या नहीं। उन्होंने ऐसे लोगों का संपर्क रखने को कहा जिनसे आसूचना प्राप्त हो सके। इसके साथ ही सेक्टर और पोलिंग पार्टी का रूटचार्ट निर्माण की समीक्षा करते हुए कहा कि इससे आवागमन की सुविधा होगी। वाहन टैगिंग इसी आधार पर किया जाना है।
जिलाधिकारी ने कहा कि आपके प्रथम उन्मुखिकरण में आपको पहले ही सम्पूर्ण जानकारी दी गयी थी। यह समीक्षा बैठक दो तरफ़ा वार्ता के रूप में की जा रही है। ताकि हम आपसे फीडबैक लेकर आपको बता सकें। परंतु इसके बाद आपको बताया नहीं जाएगा बल्कि आपसे पुछा जाएगा। तब किसी भी कोताही और कमी को क्षम्य नहीं किया जाएगा। उन्होंने भेद्यता मानचित्रण की समीक्षा करते हुए उसको बहुत ही बारीकी से समझाया। उसके मह्त्व को बताते हुए कहा कि आपके रिपोर्ट पर ही अर्द्ध सैनिक बल या अन्य फोर्स की प्रतिनियुक्ति होती है। यह शांतिपूर्ण और सफल चुनाव का आधार है।
जिलाधिकारी ने सवाल पुछा कि आदर्श आचार संहिता क्या है। प्रश्न के उत्तर में आने वाले तथ्यों के आधार पर उसे बिन्दुवार विस्तार से समझाया। उन्होंने ने कहा कि इसे ठीक से जानना जरूरी है। क्योंकि आप अपने क्षेत्र में इसके भी प्रभारी हैं और इसका अनुपालन आपकी जिम्मेवारी है। उन्होंने सी-विजिल पब्लिक ऐप की जानकारी देते हुए 90 मिनट में उसके निष्पादन की जानकारी दी।
भेद्यता मानचित्रण के आधार पर प्रभावित और कारक को चिन्हित कर इसकी रिपोर्ट विहित प्रपत्र में देने को कहा। उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट के आधार पर ही विभिन्न प्रकार की प्रतिरोधात्मक कार्रवाई पूर्व से की जाएगी।
पूर्व में उप निर्वाचन पदाधिकारी श्री जावेद एकबाल ने परिचय प्रदान करते हुए समीक्षा बैठक का एजेंडा प्रस्तुत किया। निर्वाची पदाधिकारी सह एडीएम विभागीय जांच श्री शिव कुमार पंडित ने विधानसभा का प्रोफाइल प्रस्तुत करते हुए अब तक की गयी तैयारियों का विवरण प्रस्तुत किया। बैठक में एसडीपीओ राम नरेश पासवान, सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ राजीव कुमार सिन्हा, सीओ अजय कुमार, बीपीआरओ जितेन्द्र कुमार, बीईओ अजय कुमार शर्मा व इन्दू कुमारी, थानाध्यक्ष हेमंत कुमार, अपर थानाध्यक्ष जयंत कुमार आदि उपस्थित थे।