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अगले 5 वर्षों में एक करोड़ नौकरी एवं रोजगार देने की घोषणा।
हर पंचायत में विवाह भवन बनाने का निर्णय।
सर्किट और छपरा में जदयू जिला अध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू ने प्रेस वार्ता कर कहा की
माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के 125 यूनिट तक निःशुल्क बिजली की घोषणा को लेकर प्रेसवार्ता :
बिहार के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने 1 अगस्त 2025 से राज्य के 1 करोड़ 67 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक निःशुल्क बिजली देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
1. जब झारखंड भी बिहार का हिस्सा था तब क्या हालत थी :
तब भी यहां के गाँव–कस्बों की हालत बदतर थी। वहां तक तो बिजली पहुंची भी नहीं थी।
बिजली क्या होती है — यह लोग छत पर सोते हुए गर्मी में पंखा देखकर ही समझते थे।
आपका “मुफ्त बिजली” का मतलब था – “बिजली मुक्त बिहार”!
2. साल 2012 में माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने कहा था कि जबतक वो बिहार में बिजली की दशा नहीं सुधार देंगे तबतक वो दोबारा वोट नहीं मांगेंगे
दरअसल यही होती है विकासोन्मुखी नेता की सोच, जो जनता के तकलीफों को समझता है
जनता से जो वादा किया वो मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने पूरा किया
3. महंगी बिजली खरीदकर लोगों को मुहैया करायी
बिहार में बिजली का उत्पादन कम
बिजली की कमी को पूरा करने के लिए ओपन बिड के जरिए खरीदी महंगी बिजली और लोगों को उपलब्ध करायी
4. नीतीश जी का संकल्प –
सात निश्चय पार्ट-1 में कहा: हर घर बिजली — पूरा किया।
सात निश्चय पार्ट-2 में वादा: हर खेत बिजली, हर खेत पानी — लक्ष्य के करीब।
और अब — 125 यूनिट बिजली पर शुल्क नहीं, सोलर ऊर्जा को बढ़ावा
5. अब तेजस्वी यादव जी कह रहे हैं कि सरकार ने उनके दबाव में यह निर्णय लिया है
तो उन्हें कुछ बातें "याद दिलाना जरूरी है"
6. याद कीजिए तेजस्वी जी
आपके 2020 के चुनावी घोषणा-पत्र (प्रण-पत्र) के प्रथम पृष्ठ, बिंदु संख्या 11 पर लिखा है:
"बिजली दरों में कटौती करेंगे" — ना कि बिजली फ्री देंगे।
7. तेजस्वी जी, अपने मम्मी-पापा से पूछिए
आपके माता-पिता के शासन में बिहार में बिजली नहीं, अंधेरा राज करता था।
13 घंटे नहीं, कई इलाकों में 13 दिन तक बिजली नहीं आती थी।
8. वर्तमान बनाम भ्रम – बिहार बनाम झारखंड की तुलना देखें:
तेजस्वी जी, आपकी सहयोगी सरकार झारखंड में क्या कर रही है, पहले वो देख लीजिए। बिहार तो पहले ही बहुत आगे निकल चुका है।
9.शहरी आपूर्ति:
बिहार : 23.6 घंटे/दिन झारखंड : 23 घंटे/दिन
10.ग्रामीण आपूर्ति:
बिहार: 21–22 घंटे झारखंड: 16–20 घंटे
11. गारंटीकृत आपूर्ति:
बिहार : BERC द्वारा 21 घंटे/दिन न्यूनतम अनिवार्य
12. झारखंड : कोई गारंटी नहीं
13. बिजली कटौती:
बिहार : औसतन 0.5 – 2 घंटे झारखंड : 3 – 6 घंटे तक रोज
14. शिकायत समाधान:
बिहार : PESU ऐप और स्मार्ट मीटर झारखंड : ऐप विफल, शिकायतें लंबित
15.. सौर ऊर्जा में अगला कदम –
56 लाख अत्यंत गरीब परिवारों को सरकार द्वारा निःशुल्क सोलर पैनल
शेष सभी उपभोक्ताओं को सब्सिडी आधारित सहायता
लक्ष्य: अगले 3 वर्षों में 10,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन
नीतीश जी का निश्चय – हर घर रोशन, हर खेत सिंचित, हर उपभोक्ता सशक्त।
16. कौन-से उपभोक्ता को लाभ?
बिहार में कुल 1 करोड़ 87 लाख बिजली उपभोक्ता हैं।
इनमें से 1 करोड़ 67 लाख घरेलू उपभोक्ता को 125 यूनिट तक बिना शुल्क के बिजली उपलब्ध होगी
17. और हाँ, तेजस्वी जी
आपको भी इस सरकारी सब्सिडी का लाभ मिला है
आपके बंगले – 10 नंबर सर्कुलर रोड, CA No- 101341859 – पर जून महीने में ₹32 हजार 805 की बिजली सब्सिडी दी गई।
इसलिए जब आप बात करें, तो कृतज्ञता के साथ करें, झूठ और भ्रम के साथ नहीं
विपक्ष भ्रम फैला सकता है, हम जनता का घर रोशन करते हैं।
तेजस्वी यादव से सवाल:
तेजस्वी जी, आपके घोषणा-पत्र में लिखा था 'बिजली दरों में कटौती करेंगे'...
जब मुफ्त बिजली का वादा ही नहीं किया, तो आज अचानक "क्रेडिट लूटने" की बेचैनी क्यों?
तेजस्वी जी, जब आपके माता-पिता सत्ता में थे तब...
क्या 'बिजली' का मतलब तब सिर्फ लालटेन जलाना और अंधेरे में भाषण देना था?
आपके खुद के बंगले को सरकार की बिजली सब्सिडी का लाभ मिला है...
क्या आपने इस पर ‘नैतिक आधार’ पर इनकार किया? या फिर सरकार बुरी भी लगे और सब्सिडी भी चाहिए?
बिहार में 21 घंटे गारंटीकृत आपूर्ति और झारखंड में कोई गारंटी नहीं...
क्या ये आपकी ‘डबल स्टैंडर्ड पॉलिटिक्स’ नहीं, जहां बिहार में चीखिए और झारखंड में चुप रहिए?
आप कह रहे हैं कि जनता को गुमराह किया जा रहा है...
लेकिन तेजस्वी जी, आपके शासनकाल में तो जनता को बिजली का चेहरा ही नहीं दिखा था, गुमराह तो आप तब कर रहे थे?
सौर ऊर्जा की बात पर आपकी चुप्पी क्यों है?
क्या विकास की बात आते ही आपकी लालटेन की लौ मंद हो जाती है?
125 यूनिट मुफ्त बिजली से 1.67 करोड़ परिवारों को राहत मिलेगी...
क्या आपको इस बात से जलन हो रही है कि ‘रोशनी’ अब सिर्फ घरों में नहीं, बल्कि आपके बयानों की पोल खोलने में भी लग रही है?
प्रेस वार्ता के समय जिला उपाध्यक्ष वाल्मीकि पाठक, जिला महासचिव इंजीनियर प्रभास शंकर,जिला महासचिव बृजेश कुमार, जिला महिला अध्यक्ष कुसुम देवी ,अनुसूचित जाति जिला अध्यक्ष शंभू माझी, जदयू जिला प्रवक्ता मोहम्मद फिरोज इत्यादि उपस्थित थे